मुसीबतों से घिरी भारतीय जनता पार्टी के लिए उस वक्त शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई जब उनके कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने विवादित बयान दिया। राधामोहन सिंह ने कहा कि किसान प्रेम प्रसंग व नपुंसकता की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में यह उत्तर दिया।इस साल तकरीबन 1400 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है।कृषि मंत्री ने अपने लिखित जवाब में कहा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के अनुसार किसानों की खुदकुशी की वजह उनकी पारिवारिक समस्या, बीमारी, दवाई, दहेज, प्रेम प्रसंग और नपुंसकता है जिसके चलते किसानों ने आत्महत्या की।हालांकि उन्होंने कर्ज को भी मौत की एक वजह माना।विपक्षी दलों ने कृषि मंत्री के बयान कड़ा विरोध किया है।कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि मैं नहीं समझता कोई अन्य दल भाजपा की तरह असंवेदनशील मानसिकता का हो सकता है।अन्य विपक्षी दल जदयू के नेता केसी त्यागी ने कहा कि हम इस बयान को गंभीरता से ले रहे हैं।उन्होंने कहा कि हम इस पर नोटिस देंगे।इस बीच राधामोहन सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि हमने वही आंकड़े व विवरण दिए हैं जो हम नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो देता है।संसद में विपक्ष के हमले झेल रही भाजपा के लिए यह बयान नई मुसीबतें खड़ी कर सकता है।