बिहार चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक पार्टियां पूरी तरह से एक्टिव हो गई है। हर कोई चुनाव के मैदान में उतरने के लिए खुद को मजदूत करने में लगा है इसी बीच एमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। ओवैसी ने कहा है कि वो सीमांचल के चार जिलों में चुनाव लड़ेंगे।फिलहाल उन्होंने ये नहीं बताया है कि वो कितनी सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारेंगे।
ओवैसी ने आरोप लगाया कि तमाम दलों ने सीमांचल की अनदेखी की है, जिसकी वजह से इस इलाके में गरीबी दूर नहीं हुई और पूरा इलाका पिछड़ा हुआ है। ओवैसी के बिहार चुनाव में कूदने से महागठबंधन के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। कहा जा रहा है कि ओवैसी के चुनाव लड़ने से फायदा बीजेपी गठबंधन को ही होगा। आपको बता दें कि बिहार में 16-17 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं। इसको देखते हुए ओवैसी का चुनाव मैदान में आना महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बिहार में माना जाता है कि नीतीश और लालू की पार्टी को मुस्लिम वोटरों का अच्छा समर्थन मिलता रहा है।