बिहार में पांच सीटें मिलने से नाराज सपा ने अलग से चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। बिहार चुनाव में महागठबंधन को आकार देने में अहम भूमिका निभाने वाले मुलायम सिंह यादव ने खुद को इससे अलग कर लिया है। मुलायम बिहार में सीट बंटवारे को लेकर नाराज हैं। दरअसल बिहार में सपा को सिर्फ पांच सीटें दी गई है जिस उसे चुनाव लड़ना है लेकिन सपा सुप्रीमों को इतनी कम सीट नागवार गुजरी और वो नाराज हो गए। उन्हें मात्र 5 सीटें दी गईं थीं वो भी राजद सुप्रीम लालू प्रसाद यादव ने अपने कोटे से दिया है। सूत्रों के मुताबिक सपा ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को लखनऊ में पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है।सपा की ये बैठक आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अहम मानी जा रही है। पार्टी संसदीय बोर्ड में अब ये फैसला लेगी कि बिहार में चुनाव जनता परिवार से जुड़े रहकर केवल 5 सीट पर ही लड़ा जाए, अकेले लड़ा जाए या कोई तीसरा रास्ता अपनाए। तीसरे विकल्प के बारे में चर्चा जोरों पर हो रही है। इसकी वजह बीते सोमवार को पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात है।
माना जा रहा है कि मुलायम करीब 50 सीटों पर डमी कैंडिडेट खड़े करने की सोच रहे हैं। इससे भले ही उन्हें एक भी सीट का फायदा न हो लेकिन इससे भाजपा को बहुत फायदा होगा। जिन सीटों पर सपा के प्रत्याशी होंगे वहां यादव वोट कटेंगे और इससे भाजपा को फायदा होगा। ऐसा वह पिछले चुनाव में भी कर चुके हैं।महागठबंधन की ओर से बीते रविवार को पटना के गांधी मैदान में हुई स्वाभिमान रैली में भी मुलायम सिंह यादव नहीं पहुंचे थे। जबकि महागठबंधन के नीतीश कुमार, लालू प्रसाद, सोनिया गांधी और शरद यादव जैसे दिग्गज नेता मौजूद थे। इस रैली में सपा की तरफ से मुलायम के भाई शिवपाल सिंह यादव शामिल हुए थे।