इंदौर की बीजेपी विधायक ऊषा ठाकुर ने बकरीद के मौके पर एक ऐसा बयान दे डाला है जिससे बवाल मच गया है।ऊषा के बयान से राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है।ऊषा ठाकुर ने बकरीद के मौके पर दी जाने वाली कुर्बानी को लेकर कहा कि मुसलमानों को देना है तो बेटे की कुर्बानी दें,जानवरों की कुर्बानी नहीं।
ठाकुर ने कहा कि जानवरों की कुर्बानी देने का हक उन्हें नहीं है।उन्होंने कहा कि कहानी के मुताबिक जैसे पैंगंबर मोहम्मद साहब ने अपने बेटे की कुर्बानी वैसे ही उन्हें अपने बेटों की कुर्बानी देना शुरू कर देना चाहिए, ताकि मासूम जानवरों के प्राण बच सकें।ठाकुर ने ये भी कहा कि अगर मुसलमान बेटों की कुर्बानी नहीं दे सकते, तो उन्हें किसी जानवर की कुर्बानी का भी कोई हक नहीं है।
ऊषा ठाकुर ने पहले भी ऐसे विवादित बयान दे चुकी हैं।आपको बता दें कि इससे पहले भी ऊषा ठाकुर ने एक बयान में कहा था कि सच्चे मुसलमानों को दुर्गा पूजा के पंडालों में नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इस्लाम में मूर्ति पूजा निषेध है।
पिछले साल हीं उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को आदेश दिया था कि उनके क्षेत्र में नवरात्रों के दौरान गरबा में मुस्लिम युवकों की एंट्री बैन रहे।उन्होंने कहा था कि अगर मुस्लिम युवक गरबा कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहते हैं तो उन्हें पहले हिंदू धर्म अपनाना होगा।