अच्छे दिन आएंगे के सहारे बीजेपी सतह से सत्ता तक पहुंची।बीजेपी को इसी चुनावी नारे के सहारे केंद्र की सत्ता हासिल हुई। उसी वादो से बीजेपी ने जनता की उम्मीदों को जगाया। लेकिन अब सत्ता में आते ही उसके मंत्री पलटी मार रहे हैं।केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि बीजेपी ने कभी अच्छे दिन आएंगे का नारा नहीं दिया था। तोमर के मुताबिक इस नारे को तो लोगों ने पार्टी के मुंह में डाल दिया था। जबकि सच यह है कि लोकसभा चुनाव के प्रचार के दिनों में बीजेपी के नेता जमकर इसका इस्तेमाल करते थे। इतना ही नहीं नतीजे आने के तुरंत बाद गुजरात में पहली सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने खुद एक नहीं बल्कि दो-दो बार अच्छे दिन आने के नारे लोगों से लगवाए थे।तोमर ने कहा कि बीजेपी ने कभी यह नहीं कहा कि अच्छे दिन आएंगे।उन्होंने कहा कि यह बात सोशल मीडिया में चल रही थी कि अच्छे दिन आने वाले हैं।जनता ने इसे उठा कर बीजेपी के मुंह में डाल दिया। हम जनता की भावना का सम्मान करते हैं, लेकिन बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं कहा कि अच्छे दिन आने वाले हैं।आपको बता दें कि इससे पहले पार्टी कालेधन पर भी पलटी मार चुकी है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कालेधन की वापसी को चुनावी जुमाला करार दे चुके हैं।तोमर के बयान से तो यही लग रहा है कि सत्त मे आने के बीजेपी ने सिर्फ इस नारे का इस्तेमाल किया।