पीएम मोदी ने आज अपने आवास पर नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग बुलाई।हर राज्य के सीएम और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल इसके सदस्य है। खास बात ये रही कि इस बैठक में कांग्रेस का कोई मुख्यमंत्री नहीं पहुंचा है।हालांकि बिहार के सीएम नीतीश कुमार और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दोनों ने बैठक में शिरकत की इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के सभी सीएम भी बैठक में पहुंचे।इस मीटिंग में जमीन अधिग्रहण बिल से लेकर राज्यों में चल रही केंद्र की योजनाओं पर बात की गई।यूपी और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री भी इस बैठक में हिस्सा लेने नहीं आए। बताया जा रहा है कि यूपी के सीएम अखिलेश यादव को लखनऊ में कई कार्यक्रमों मे हिस्सा लेना है।इस वजह से वह इस मीटिंग में शिरकत करने दिल्ली नहीं आ सके।वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और जयलललिता ने इस बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजे हैं।ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक भी बैठक में नहीं पहुंचे और अपने वित्त मंत्री को दिल्ली भेजा।वहीं जम्मू-कश्मीर के सीएम मुफ्ती सईद भी बैठक में पहुंचे।बैठक में भूमि बिल सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।वहीं कई मुख्यमंत्रियों के बैठक में नहीं पहुंचने पर विपक्ष को मुद्दा मिल गया। जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि नीति आयोग एक फालतू आयोग है।वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि जब किसी को मालूम होता है कि हमारी बात सुनी ही नहीं जाएगी तो शिरकत करके क्या फायदा।