महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पंकजा मुंडे मामले पर कहा है कि अगर विपक्ष सबूत दे तो वह जांच कराने के लिए तैयार हैं। पंकजा महाराष्ट्र सरकार में महिला और बाल विकास कल्याण मंत्री हैं।सरकारी स्कूलों के लिए किताबें और अन्य सामान की खरीद में उन पर 206 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है।इससे पहले भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना ने भी निशाना साधा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि पंकजा पर लगे आरोप काफी गंभीर हैं।साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री फड़नवीस सभी सवालों के जवाब देने में सक्षम हैं।उद्धव ने महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी का नाम लिए बिना कहा कि राजनीति में फर्जी डिग्री दिखाना एक चलन बन गया है।सीधे सादे तरीके से सही काम करें। झूठी चीजों के पीछे क्यों भागते हैं।उधर मुख्यमंत्री ने मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि सौदे में प्रथम दृष्ट्या कोई अनियमितता नहीं पाई गई है।दूसरी ओर राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने संबंधित मंत्रालय से खरीद सौदे की विस्तृत जानकारी मांगी है।महाराष्ट्र के महिला और बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा फरवरी में एक ही दिन में की गई 206 करोड़ रुपयों की खरीद को नियम विरुद्ध बताते हुए कांग्रेस ने इसकी शिकायत एसीबी से की थी।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने छह पृष्ठों का एक दस्तावेज एसीबी प्रमुख को सौंपते हुए मामले की जांच की गुहार लगाई थी।कांग्रेस ने पंकजा मुंडे पर इस खरीद में निर्धारित नियमों का पालन न करने का आरोप लगाया है।मामले पर गरमाती राजनीति के बाद फड़नवीस ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया।मुलाकात के बाद उन्होंने पंकजा का बचाव करते हुए कहा कि पंकजा ने स्वयं मुझसे संपर्क करके कहा है कि जरूरी लगने पर जांच कराई जाए।मैं खुद इस मामले को देख रहा हूं।प्रथम दृष्ट्या इसमें कोई अनियमितता नहीं दिखी है।