राज्यपाल के बेटे शैलेष की मौत की जांच करेगी सीबीआई

August 11, 2015 | 04:19 PM | 6 Views
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व्यापमं घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेष यादव की मौत को संदिग्ध मानते हुए पीई दर्ज कर ली है।इसके अलावा पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2012 में 4 एवं पीएमटी परीक्षा के फर्जीवाड़े को लेकर 2 नई एफआईआर दर्ज की हैं।पीएमटी परीक्षा में असली आवेदकों के स्थान पर मुन्नाभाइयों को बिठाने की जांच की जाएगी।मामले में कुल 57 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। आपको बता दें कि राज्यपाल यादव के बेटे शैलेष की उनके लखनऊ में माल एवेन्यू स्थित सरकारी निवास पर 25 मार्च 2015 को संदिग्ध मौत हो गई थी।व्यापम घोटाले से जुड़े संविदा शिक्षक भर्ती घोटाले में एसटीएफ भोपाल ने जो प्रकरण दर्ज किया था उसमें शैलेष का नाम भी अभियुक्त में शरीक था।घटना के कुछ दिन पहले ही मध्यप्रदेश एसटीएफ ने 19 मार्च को शैलेष के पेट्रोल पंप पर नोटिस चस्पा कर दिया था।पूछताछ के बाद उसकी गिरफ्तारी की तैयारी की गई थी।एसटीएफ के सामने  आरोपी वीरपाल ने बयान दर्ज कराया था कि उसने 10 उम्मीदवारों की नियुक्ति के लिए नामों की सूची और 3 लाख रुपए शैलेष के मित्र विजयपाल को राजभवन में सौंपे थे।व्यापमं से जुड़े इस मामले को सीबीआई ने संदिग्ध मौत मानते हुए पीई दर्ज कर ली है।सीबीआई ने पहली एफआईआर पीएमटी परीक्षा 2004 के मामले में दर्ज की, इस मामले में 8 अभियुक्तों पर धारा 120 बी, 417, 419, 420, 467, 471 एवं मप्र पात्रता परीक्षा अधिनियम 1937 की धारा 3 4 भी लगाई गई है।शिकायत है कि परीक्षा में आवेदकों के स्थान पर फर्जी लोगों को बिठाया गया था।दूसरा प्रकरण भी पीएमटी परीक्षा 2005 का है।इसमें भी असली आवेदकों के स्थान पर मुन्नााभाइयों को बिठा दिया।सीबीआई ने 11 अभियुक्तों पर वही धाराएं लगाई हैं।वहीं

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