सुप्रीम कोर्ट में रामनरेश यादव के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुनवाई शुरू होने के बाद सियासी हलकों में सबसे ज्यादा उत्सुकता इसी बात को लेकर है कि 88 साल के गवर्नर का भविष्य अब क्या होगा।फरवरी में व्यापम घोटाले में जब एसटीएफ ने उन पर एफआईआर करने की पहल की तो यादव ने हाई कोर्ट से इस पर रोक लगवा दी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के सख्त रवैये के आगे उनकी एक न चली।सूत्रों के अनुसार रामनरेश का जाना तय है लेकिन उन्हें किस तरह हटाया जाए, इस बारे में अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री के विदेश से लौटने के बाद ही होगा।21 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र से पहले उन्हें बदला जा सकता है।चूंकि अभी कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति होनी है उसी क्रम में मध्य प्रदेश में भी नया गवर्नर भेजा जा सकता है।नजमा हेपतुल्ला, वी के मल्होत्रा जैसे सीनियर बीजेपी नेताओं के गवर्नर बनने की चर्चा है।वहीं सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद होम मिनिस्ट्री में गतिविधि अचानक तेज हो गई।गृह मंत्री राजनाथ सिंह पहले होम सेक्रेटरी से मिले, फिर राष्ट्रपति से मुलाकात की।इस मीटिंग में रामनरेश यादव को लेकर भी चर्चा हुई।