जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में गुरूवार को गोमांस को लेकर जमकर हंगामा हुआ। एमएलए हॉस्टल में बीफ पार्टी आयोजित करने वाले निर्दलीय विधायक इंजीनियर शेख अब्दुल राशिद को आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीटा। भाजपा विधायकों ने जैसे ही राशिद को पीटना शुरू किया, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के कई विधायक उन्हें बचाने के लिए दौड़े।
पार्टी के दौरान कुछ भाजपा विधायकों ने वहां प्रदर्शन किया था और खाने के स्टॉल को तोड़ने की कोशिश की थी।
राशिद ने बताया कि सदन में कश्मीर में बीफ़ खाने और बेचने पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए लाए गए मेरे विधेयक पर चर्चा होनी थी। जैसे ही मैं बोलने के लिए खड़ा हुआ भाजपा विधायक रविंद्र रैना ने मेरे साथ मारपीट की। भाजपा के अन्य विधायकों ने उनका साथ दिया।
विधायक ने कहा था कि उनका कदम उन्हें (विधायकों को) बस यह संदेश देने के लिए है कि आप विधेयक स्वीकार करें या अस्वीकार, इससे बमुश्किल ही कोई फर्क पड़ता है। धार्मिक मामले अदालतों और विधानसभा के रहमोकरम पर नहीं छोड़े जा सकते।
उन्होंने कहा कि इस धरती पर कोई भी व्यक्ति, कोई भी विधानसभा, कोई भी अदालत या कोई भी संस्था हमें वह खाने से नहीं रोक सकती, जो हम खाना चाहते हैं।
इस आदेश के खिलाफ कई अलगाववादी गुटों और धार्मिक संगठनों ने नाखुशी जताते हुए इसे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया था और राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने का दबाव बनाने के अलावा कानून रद्द किए जाने की मांग की थी। यह मामला अब उच्चतम न्यायालय में है। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कहा कि जिस मुद्दे पर पिछले कुछ दिन से सदन में हंगामा हो रहा है, वह जल्द ही ख़त्म हो जाएगा।