दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कोयला ब्लॉक परियोजना से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत की।कांग्रेस उपाध्यक्ष दो दिवसीय प्रवास के पहले दिन जिला मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर पोड़ी-उपरोड़ा विकास खण्ड के वनांचल क्षेत्र मदनपुर पहुंचे।यहां उन्होंने आदिवासियों और किसानों से मुलाकात की।यहां आदिवासियों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला।उन्होंने कहा कि आदिवासियों की बात दिल्ली तक नहीं पहुंचती। राहुल ने कहा कि किसानों से जमीन और आदिवासियों से जंगल छीना जा रहा है।उन्होंने कहा कि विकास सिर्फ उद्योगपतियों का हो रहा है।राहुल ने कहा, हम दो तीन कॉरपोरेट घरानों का विकास नहीं चाहते।हम चाहते हैं कि गरीबों का भी विकास हो।इस दौरान राहुल गांदी ने यहां क्षेत्र का दौरा किया और चैपाल लगाकर मदनपुर साउथ, ईस्ट और मोरगा कोल ब्लॉक से प्रभावित होने वाले मदनपुर, पतुरियाडांड, मोरगा, भुलसीभावना, खिरटी, पुटा, परोगिया, जामपानी,साल्टी, घाटबरी, हरिहरपुर, फतेपुर सहित 20 गांव के निवासियों से मुलाकात की और उनसे चर्चा कर उनकी समस्यायें जानीं।ग्रामीणों ने कोयला ब्लॉक परियोजना शुरू किए जाने का विरोध करते हुए अपनी जमीन देने से इंकार करने की बात कही।ग्रामीणों ने राहुल गांधी को बताया कि यह क्षेत्र पांचवीं अनुसूची में शामिल है और यहां पेसा अधिनियम 1996 लागू होता है।ग्रामीणों ने राहुल गांधी को बताया कि सरकार की कार्रवाई से जंगल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि उनके विरोध के बाद भी परियोजना के लिए दबाव बनाया जा रहा है जो उनको कतई मंजूर नहीं है।ग्रामीणों ने कहा कि इसका विरोध कर आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जायेगा।