केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह दावा कर राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया कि जेएनयू में पिछले दिनों संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के विरोध में हुए कार्यक्रम को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का समर्थन मिला था।राजनाथ के बयान के तुरंत बाद विपक्षी पार्टियों ने मांग की कि गृह मंत्री जेएनयू परिसर में हुए कार्यक्रम को लेकर किए गए अपने दावे को साबित करने के लिए सबूत दें ।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के साथ मुलाकात में मंत्री ने लश्कर संस्थापक हाफिज सईद का कोई जिक्र नहीं किया।उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने जेएनयू प्रदर्शन में आतंकवादियों के समर्थन का गंभीर आरोप लगाया है।हमें उम्मीद है कि उनके पास ठोस सबूत होंगे।उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा लगाए गए आरोप की गंभीरता को देखते हुए हम चाहते हैं कि वह देश के साथ सबूतों को साझा करें।
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात में राजनाथ सिंह ने हाफिज सईद के बारे में कुछ नहीं कहा और लगता है कि जेएनयू की छवि खराब करने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है।भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने भी सिंह से सबूत साझा करने को कहा।उन्होंने कहा कि अगर राजनाथ सिंह के मंत्रालय के पास ऐसा कोई सबूत है तो इसकी ठोस जांच होनी चाहिए।