मानसून सत्र के दूसरे दिन जिस तरह से सदन में हंगामे के आसार जताए जा रहे थे वही हुआ। ललितगेट को लेकर सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग पर अड़े विपक्ष के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित करनी पड़ी।हालांकि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ट्वीट के बाद पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि आज भी संसद की कार्यवाही स्थगित हो सकती है।लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।दूसरी तरफ राज्यसभा में भी हंगामे के बाद कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।इसके बाद दोबारा शुरू हुई कार्यवाही को तुरंत ही रोककर स्थगन की अवधि 12.34 बजे तक रोकनी पड़ी।लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सभी सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की और कांग्रेस सांसदों को प्लेकार्ड व काली पट्टी हटाने को कहा।लेकिन फिर भी कार्यवाही नहीं चल पाई।इसके साथ ही जीएसटी पर सिलेक्ट कमिटी की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश की गई लेकिन कांग्रेस,AIDMK और CPM ने इस पर असहमति जताई। इससे पहले राज्यसभा में मानसून सत्र का पहला दिन कांग्रेस के जिद के चलते हंगामे की भेंट चढ़ गया।विपक्ष ने आक्रामक तरीके से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग की। संसद के ऊपरी सदन में सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव का दृश्य था।इस वजह से सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा।