कांग्रेस पार्लियामेंट्री बोर्ड की सोमवार सुबह हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि मोदी सिर्फ पैकेजिंग के मास्टर हैं, उन्हें मार्केटिंग से फुर्सत नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ही इस्तीफा अभी और बहस बाद में का तरीका शुरू किया था।यूपीए सरकार के वक्त कम से कम 5 बार ऐसा किया गया था। हम भी उसी पर चल रहे हैं।पीएम का काम पर ध्यान नहीं है।हम बीजेपी के पुराने रवैये की बराबरी नहीं कर रहे हैं।सरकार की बेशर्मी के कारण हम विरोध कर रहे हैं। संसद चले लेकिन उससे पहले सुषमा, वसुंधरा के इस्तीफे लेने होंगे। सरकार बहुमत का घमंड दिखा रही है। मोदी पैकेजिंग के मास्टर हैं, काबिल सेल्समैन हैं। हेडलाइन बनवाते हैं। चालाक न्यूज मैनेजर हैं। साथियों के करप्शन मामले में मन की बात क्यों नहीं कर रहे हैं। जो मन की बात करने का दावा करते हैं, उन्होंने अब मौन व्रत ले लिया है।दूसरी ओर, एक टीवी चैनल से बातचीत में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जब तक दागी मंत्री इस्तीफा नहीं देते, तब तक कांग्रेस संसद नहीं चलने देगी।एनडीए सरकार संसद में टकराव खत्म करने के लिए पीएम को आगे का लाने की सोच रही है।सरकार चाहती है कि पीएम व्यापमं और ललितगेट मामले पर संसद में दखल दें ताकि सदन का काम भी हो सके।नायडू के मुताबिक अगर बहस की इजाजत मिलती है और ऐसा करने की जरूरत पड़ी तो पीएम इस मामले में बयान दे सकते हैं।उन्होंने ऐसा पहले भी किया है और अब भी कर सकते हैं।