बीजेपी के राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने कहा है कि मोदी सरकार को राम मंदिर बनाने को लेकर पहल करनी चाहिए।सरकार के पास बहुमत हैं और उसे मंदिर बनाने की दिशा में पहल करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि यह मुद्दा खत्म नहीं हो सकता है, इसलिए इसे टालना सही नहीं है।कटियार ने कहा कि सरकार सभी पक्षों से बात करे।दूसरी बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी से जुड़े वकील जफरयाब जिलानी ने कटियार के बयान पर प्रतिक्रिया में कहा, हाई कोर्ट के फैसले के बाद जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट के पास लंबित है, तो संसद में बिल लाने की कोशिश असंवैधानिक होगी।जिलानी ने कहा कि बीजेपी सोची-समझी रणनीति के तहत इसे उठा रही है।कटियार के बयान को बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने हाल में कहा था कि राम मंदिर जैसे मुद्दे के हल के लिए पार्टी के पास अभी भी पर्याप्त बहुत बहुमत नहीं है।शाह ने कहा था कि इसके लिए 370 सीटों की जरूरत है।गृह मंत्री राजनाथ ने भी कहा था कि सरकार इस मामले में कोई कानून लाने के बारे में तब तक नहीं सोच सकती, जब तक एनडीए को राज्यसभा में बहुमत नहीं मिल जाता।मुद्दे के सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के बारे में पूछे जाने पर कटियार ने कहा, बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है। इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के आधार पर लोकसभा में कानून पास करने का अच्छा समय है।हाई कोर्ट के फैसले में विवादित जगह को भगवान राम का जन्मस्थल बताया गया है।उन्होंने कहा,ज्यादा दिनों तक राम मंदिर के टलने से लोगों का गुस्सा बढ़ेगा।वाजपेयी सरकार के पास बहुमत नहीं था, लेकिन वर्तमान सरकार में ऐसी बात नहीं है। राम मंदिर को कोई भी सरकार नजरअंदाज नहीं कर सकती है।राम मंदिर का मुद्दा सरकार के लिए मुश्किल नहीं है।उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा देश की आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।यही नहीं, कटियार ने चेतावनी दी है कि अगर इस राम मंदिर पर सहमति नहीं बनी तो राम भक्तों का गुस्सा ज्वालामुखी की तरह फूटेगा।