महाराष्ट्र में फड़णवीस सरकार ने मदरसों को लेकर बड़ा फैसला किया है जिस पर विवाद होने की पूरी संभावना है।देवेंद्र फडनवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के मदरसों को नॉन स्कूल की केटेगरी में डाल दिया है।महाराष्ट्र सरकार का तर्क है कि इस कदम से मदरसों के बच्चों को शिक्षा व्यवस्था की मुख्य धारा में लाने में मदद मिलेगी।सरकार ने साथ ही सभी जिला प्रशासनों को मदरसे के बच्चों को स्कूल से बाहर के बच्चे (आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन) घोषित करने के लिए कहा है।राज्य सरकार 4 जुलाई को इस संदर्भ में एक सर्वे कराएगी।इस सर्वे का मकसद आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रेन की पहचान करना होगा।महाराष्ट्र सरकार के मुताबिक ऐसा करने से इन बच्चों को मुख्य धारा की शिक्षा व्यवस्था में लाया जा सकेगा।महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री दिलीप कांबले ने इस बारे में कहा कि मेरा विभाग चाहता है कि ऐसे बच्चे (मदरसों में पढ़ने वाले) औपचारिक शिक्षा ग्रहण करें।उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा से जुड़ना चाहिए।