फर्जी दस्तावेज आधार पर आइएएस अफसरों को ट्रेनिंग देने वाले संस्थान लालबहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (एलबीएसएए) में आइएएस बन कर रह रही रूबी चौधरी को पुलिस ने शुक्रवार देर रात शहर के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है और उसे राजपुर थाने ले गई। प्राप्त समाचारों के अनुसार मुजफ्फरपुर की रहने वाली यह महिला पिछले 7 महीने से आइएएस एकेडमी में फर्जी पहचान पत्र के आधार पर रह थी, उसका दावा है कि इसके लिए उसने एकेडमी के एक अधिकारी को 5 लाख रुपये रिश्वत में दी थी। एसपी शाहजहां अंसारी ने कहा कि इस विषय में जो भी वार्ता सामने आये थे उसी के आधार पर उन्होंने उसकी गिरफ्तारी की है। रूबी चौधरी के पास एसडीएम होने का पहचान पत्र था और रूबी ने कहा कि जब इस मामले का खुलासा होने लगा तो जिन लोगों ने उसे एकेडमी में प्रवेश दिलाया था, उन्होंने पांच करोड रुपये रिश्वत की पेशकश की, इस मामले में उसे जो भी सजा मिले लेकिन वास्तविक दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. इस मामले में आइएएस एकेडमी के निदेशक डी नरियाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा गया है कि रूबी चौधरी द्वारा संस्थान के उपनिदेशक सौरभ जैन पर झूठे आरोप लगाये हैं, जिसे संस्थान खारिज करता है, इसमें कहा गया है कि वह सुरक्षा गार्ड देव सिंह के सरकारी आवास में अनधिकृत ढंग से रह रही थी, उसने पुलिस पर खुद को परेशान करने का आरोप लगाया है और कहा है कि अगर ऐसा किया जाता रहा तो वह आत्महत्या कर लेगी, इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब इसी महीने एकेडमी में होने वाले राष्ट्रपति के आगमन की तैयारी को लेकर सुरक्षा का जायजा लिया जाने लगा।