मेरठ के एक पुरुष ने जुड़वा बच्चों को जन्म देकर एक बार फिर टेस्ट ट्यूब टेक्नोलॉजी में इतिहास रचा दिया है।मेरठ के एक डॉक्टर दंपत्ती के पास तीन साल पहले आया था। गुड़गांव की रहने वाली महिला का जब जांच किया गया तो उसमें XY गुणसूत्र पाया गया। उल्लेखनीय है कि एक्स वाई क्रोमोसोम पुरुषों में होता है। पिछले वर्ष से महिला नि:संतान थी। जब वो मेरठ के जिंदल टेस्ट ट्यूब सेंटर पहुंची तो वहां डॉक्टर सुनील जिंदल ने अथक प्रयास कर सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (assited reproductive technology) के जरिए ममता की मदद की। नतीजतन ममता ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक की मदद से मेरठ के चिकित्सक दंपती को सराहना मिल रही है। डॉक्टरों का कहना है कि पुरुषों में 46 एक्स वाई क्रोमोसोम होता है जबकि महिला में 46 एक्स-एक्स क्रोमोसोम होता। महिला 32 साल की उम्र तक बिना महावारी (periods) और सात साल से बांझपन का दंश झेल रही थी।जब उसकी जांच की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच में पता चला कि ममता वास्तव में पुरुष (X Y chromosome) है और इस दिक्कत की वजह से उसके शरीर में पुरुष लिंग तो विकसित नहीं हो पाया परन्तु एक अविकसित गर्भाश्य जरूर विकसित हो गया पर उसमें कोई अंडाशय और स्त्री हार्मोन मौजूद नहीं थे। डॉक्टर सुनील जिंदल के मुताबिक ममता के अविकसित गर्भाशय को विकसित करने के लिए उसका हॉर्मोन और एंडॉक्रिनल इलाज किया गया और उसके गर्भाशय के हॉर्मोन द्वारा बच्चे को जन्म देने लायक बनाया गया।