मणिपुर में शहीद हुए रीवा के जवान के अंतिम संस्कार को लेकर एसडीओपी द्वारा दिए गए शर्मनाक बयान पर ग्रामीण भड़क गए हैं। जैसे ही एसडीओपी महेन्द्र ठाकुर शहीद के गांव पहुंचे ग्रामीणों ने घेर लिया और वापस जाने की नारेबाजी की।गांव वालों के गुस्से को देखते हुए एसपी आकाश जिंदल ने बीच बचाव किया और एसडीओपी के शर्मनाक बयान पर खेद जाहिर करते हुए माफी मांगी है। बावजूद लोग शांत नहीं हुए और एसडीओपी को गांव से बाहर भगा दिया। इसके पूर्व ग्रामीणों ने एसपी को चेतावनी दी थी कि यदि एसडीओपी आए तो वह पथराव करेंगे। इसी बीच एसडीओपी पहुंचे तो लोग भड़क गए।शहीद के परिजनों ने त्योथर एसडीओपी महेन्द्र ठाकुर से इच्छा जताई थी कि अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री आ जाते तो बेहतर होता। वह सीएम के आने तक अंतिम संस्कार रोके रहेंगे। जिस पर एसडीओपी ने कहा कि वह शव जलाएं या फिर घर पर रखे रहें, कोई फर्क उन्हें नहीं पड़ता। इस वजह से लोग एसडीओपी पर नाराज थे।मणिपुर में शहीद हुए रीवा के जवान जितेन्द्र कुशवाहा के अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग उनके पैतृक गांव फरहदी पहुंचे हैं।