जवाहरबाग से अवैध कब्जाधारियों को हटाने पहुंची पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग और बमबारी में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ फरह संतोष यादव की मौत हो गई। पुलिस की कार्रवाई में 18 कब्जाधारी भी मारे गए। इनमें आठ शव रात करीब डेढ़ बजे चलाए गए सर्च आपरेशन के दौरान मिले हैं। इन शवों में तीन महिलाओं के शव भी हैं, जिनकी जलने से मौत हुई है।
16 की मौत की पुष्टि पुलिस की ओर से की जा रही है।करीब 300 एकड़ में फैले जवाहरबाग के भीतर कई और शव पड़े होने की आशंका है। सर्च अभियान रात दो बजे तक जारी था। कुछ और शव बरामद सकते हैं। करीब 20 पुलिसकर्मी गोलीबारी और पथराव में घायल हुए हैं तो 30 कब्जाधारियों के भी घायल होने की सूचना है। इनमें तीन की हालत गंभीर है।
सत्याग्रह के नाम पर जवाहर बाग पर यह लोग ढाई साल से कब्जा जमाए हुए थे। पुलिस ने दो सौ से ज्यादा कब्जाधारियों को गिरफ्तार भी किया है।मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए मारे गए एसओ संतोष कुमार के आश्रितों को 20 लाख रुपये देने की घोषणा की है।