भारतीय सेना ने पिनाक मिसाइल के उन्नत वर्जन मार्क-2 का सफल परीक्षण कर लिया है।शनिवार को जोधपुर के निकट पोखरण रेंज में इस मिसाइल ने अपने टारगेट को सटीक अंदाज में भेदा।पिनाक मिसाइल साठ किलोमीटर की दूरी और साढ़े तीन वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में एक साथ दुश्मन के कई ठिकानों को नष्ट कर सकती है।यह मिसाइल 44 सेकंड में बारह रॉकेट दागने में सक्षम है।पोखरण रेंज में टाट्रा ट्रक पर लगी पिनाक मिसाइल प्रणाली से रॉकेट दागे गए।एक के बाद एक दागे गए रॉकेटों ने निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक हमला कर उन्हें तबाह कर दिया।इसका पहला परीक्षण सर्दियों में यानी कम तापमान के दौरान और दूसरा गर्मियों में यानी उच्च तापमान में किया गया।सैन्य सूत्रों के मुताबिक हम हर मौसम में इसकी सटीक मारक क्षमता को परखना चाहते थे।रक्षा प्रयोगशाला की ओर से विकसित इस मिसाइल का निजी क्षेत्र में निर्माण कराया जाएगा।पिनाक मार्क-2 की रेंज साठ किलोमीटर है।आर्टिलरी गन को रिप्लेस करने के लिए इस प्रणाली का निर्माण कराया गया है।यह मिसाइल 44 सेकंड में बारह रॉकेट दागने में सक्षम है। इसकी एक खूबी यह है कि यह किसी भी मजबूत निर्माण या बंकर को चंद सेकंड में ही ढहा सकती है।पिनाक मिसाइल प्रणाली का पहला वर्जन भारतीय सेना के पास वर्ष 1994 से है।इस प्रणाली ने करगिल युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।करगिल की चोटियों पर बंकरों में बैठे पाक सैनिकों को इसी मिसाइल के जरिए निशाना बनाया गया था।उस समय इसकी मारक क्षमता चालीस किलोमीटर के दायरे तक सीमित थी लेकिन अब यह साठ किलोमीटर हो गई है।निजी क्षेत्र के सहयोग से हर वर्ष पांच हजार मिसाइल बनाने का लक्ष्य है।