शराब पीने के मामले में पंजाब के लोगों ने पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार 2014-15 के दौरान पंजाब के लोगों ने शराब की 12 करोड़ से अधिक बोतलें पी हैं और इससे सरकार को 200 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ। अनुमान है कि बाहरी राज्यों से तस्करी के माध्यम से लगभग इतनी ही शराब पंजाब में उपयोग हुई है, जो किसी रिकार्ड में नहीं है। पंजाब सरकार की नई एक्साइज व टेक्सेशन पॉलिसी के अनुसार पिछले वर्ष पंजाब सरकार को एक्साइज विभाग के माद्यम से 200 करोड़ रुपये का राजस्व मिला, जबकि वर्ष 2015-16 के लिए बनाई गई नई नीति के अनुसार यह राजस्व बढ़कर 250 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। आबकारी व कराधान विभाग के सहायक आयुक्त एल.एस. जाखड़ ने कहा कि अभी तक कोई तारीख तय नहीं है, लेकिन संभव है कि 19 या 20 मार्च से शराब ठेकों के आवंटन के लिए आवेदन लेने का काम शुरू कर दिया जाएगा।मार्च अंतिम सप्ताह में आवेदनों की जांच का काम पूरा किया जाएगा।