गुरूवार को मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में 18 जवानों के शहीद होने के बाद वहां के हालात का जायजा लेने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग इंफाल पहुंचे हैं।उनके साथ ईस्टर्न आर्मी कमांडर लेफिटनेंट जनरल एमएमएल रॉय और जीओसी-3 कोर लेफिटनेंट जनरल विपिन भी वहां पहुंचे हैं।सेना के जवानों पर गुरुवार को हुए हमले के मद्देनजर उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।साथ ही म्यांमार से भी बातचीत चल रही है कि वो भी उग्रवादी संगठनों पर कार्रवाई करे।मणिपुर के चंदेल में उग्रवादियों के हमले के बाद से इस इलाके में चैकसी बढ़ा दी गई है।सेना के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।गुरुवार को उग्रवादियों के एक गुट ने सेना पर घात लगाकर हमला किया था।शहीद हुए जवानों में से 15 हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर और सिरमौर से हैं।ऑल इंडिया रेडियो के मुताबिक नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑंफ नगालैंड-खपलांग , कांगेली येवोल कन्ना लूप और कांगलेपाक कम्यूनिस्ट पार्टी ने संयुक्त रूप से हमले की जिम्मेदारी ली है।आतंकी हमले के बाद गुरुवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और सेना प्रमुख दलबीर सिंह ने गृह मंत्री से मुलाकात की थी।केंद्र सरकार ने सेना से कहा है कि वह पूर्वोत्तर के उग्रवादी संगठनों-एनएससीएन (के) और अन्य उग्रवादियों समूहों के खिलाफ तलाशी और नष्ट अभियान शुरू करंे।रिपोर्टों के मुताबिक सरकार ने सेना से हाल कि दिनों में हिंसा में संलिप्त आतंकवादी समूहों को कड़ाई से निपटने का निर्देश दिया है।