अमरनाथ यात्रा दो जुलाई से शुरू होने वाली इस सालाना तीर्थयात्रा में इस बार पवित्र शिवलिंग की ऊंचाई पिछले कुछ सालों के औसतन 10-11 फुट की तुलना में इस बार 13 फुट है।मुख्य यात्रा अधिकारी बशीर अहमद खान ने पत्रकारों को बताया कि इस साल घाटी में भारी बर्फबारी हुई है जिसकी वजह से तापमान कम बना हुआ है और इससे पवित्र शिवलिंग का निर्माण अच्छी तरह हुआ है।उन्होंने कहा इस साल शिवलिंग की ऊंचाई अधिक रहने की संभावना है जिससे अधिक से अधिक तीर्थयात्री आकर्षित होंगे। समुद्रतल से लगभग 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ की गुफा में बाबा बर्फानी अपने पूरे आकार में आ चुके हैं।अमरनाथ यात्रा शुरू होने में अब सिर्फ 2 दिन बाकी है।जिसमें श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन कर सकते हैं।अमरनाथ की पवित्र गुफा को अमेरश्वर गुफा भी कहा जाता है।इसी पवित्र गुफा में भगवान शंकर ने मां पार्वती को अमरत्व की कथा सुनाई थी।हर साल श्री अमरनाथ की यात्रा श्रावण पूर्णिमा के दिन संपन्न होती है।अमरनाथ यात्रा के लिए इस बार पहला जत्था पहली जुलाई की सुबह रवाना होगा। यदि मौसम ने साथ दिया तो पहले जत्थे के श्रद्धालु उसी शाम बाबा बफार्नी के दर्शन कर लेंगे।श्रद्धालुओं की सेवा के लिए 150 से अधिक लंगरों की व्यवस्था की गई है।प्रतिदिन करीब 15 हजार श्रद्धालुओं को पहलगाम और बालटाल के रास्ते यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी गयी है।अब तक करीब ढ़ाई लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण करवाया है।30 जून से ऑन द स्पॉट पंजीकरण की भी घोषणा कर दी गयी है।