हैदराबाद से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के 5 संदिग्धों को दबोचकर बड़ी सफलता हासिल की है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध भारत में आईएआईएस के हैंडलर शफी आर्मर के संपर्क में थे। शफी आर्मर आईआईएस के लिए नई भर्तियां करता है।
एनआईए की गिरफ्त में आए संदिग्ध रमजान के पाक महीने में नापाक मंसूबों को अंजाम देना चाहते थे। संदिग्धों को मुख्य लक्ष्य मंदिरों में गोमांस और भैंस के मांस के टुकड़े रखकर सांप्रदायिक माहौल को भड़काने और दंगे कराने का था।
इनके रडार पर हैदराबाद के चारमीनार स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर था। पास के मॉल और दुकानों के आस-पास बम धमाके भी इनके मंसूबों में शामिल थे।
खबर के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध आतंकियों को फोन पर उनकी बातचीत सुनने के बाद गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 6 और संदिग्धों से एनआईए पूछताछ कर रही है।ये सभी बीते कई महीने से एनआईए के जांच के दायरे में थे। गिरफ्तार किए गए सभी आतंकी युवा हैं, और नौकरीपेशा हैं। सभी की उम्र 20 से 30 की बताई जा रही है, कुछ इंजीनियर भी हैं।
गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों में मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद इब्राहिम याजदानी, मोहम्मद इलियास याजदानी, अबदुल्ला बिन अहमद अल अमूदी, हबीब मोहम्मद और मोहम्मद इरफान के नाम शामिल हैं।
संदिग्धों की बीते 25 जून को फोन हुई बातचीत ने जांच एजेंसी का शक हकीकत में बदल दिया। फोन पर 4-4 टुकड़े गोमांस और भैंस के मांस के उसी दिन लाने के लिए कहा गया जबकि अगले दिन गोमांस के 7 टुकड़े लाने के लिए कहते हुए सुना गया। हमलों को अगले ही कुछ दिनों में अंजाम दिया जाना था। हमलों के इस मॉड्यूल की फंडिंग दुबई के जरिए की जानी थी।