मैगी में लेड और मोनो सोडियम ग्लूटामेट तय मात्रा से अधिक मिलाए जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि बाबा रामदेव की फैक्ट्री में बनने वाले पापड़ों में फंगस आने से परेशानियां और बढ़ गई हैं।लोग आंख मूंद कर बाबा रामदेव के स्टोर पर मिलने वाले उत्पादों पर विश्वास करते हैं और ऐसे में अब यह मामला लोगों के विश्वास को हिला देने वाला है।पापड़ से इतनी तेज दुर्गंध उठ रही थी कि उसे सूंघा भी नहीं जा सकता था।उपभोक्ता ने जब पापड़ का पैकेट खोला तो उसका पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और वह सीधे पतंजलि चिकित्सालय स्थित स्टोर में जा पहुंचा और वहां बैठे कर्मचारियों पर बरस पड़ा।वहां मौजूद कर्मचारियों का कहना था कि पैकिंग तो पतंजलि से होकर हीं आती है इसमें वे कुछ नहीं कर सकते।वहीं दूसरी तरफ अब सोशल मीडिया पर इस बात का जोर है कि बाबा रामदेव अपनी मैगी बाजार में उतारने वाले हैं जिसका शीर्षक होगा आधा घंटा योग और दो मिनट में भोग।