यूपी में मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर दो बार इंडियन एयरफोर्स का फाइटर प्लेन उतारा गया।यह एक प्रयोग था, जो सफल रहा।गुरूवार को पहली बार सुबह साढ़े छह बजे के करीब मिराज-2000 को उतारा गया।एयरफोर्स इस बात की जांच कर रहा था कि क्या आपात स्थिति में दिल्ली-लखनऊ के बीच एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन को उतारा जा सकता है या नहीं।फाइटर प्लेन की लैंडिंग माइल स्टोन 118 के पास गई।इस जगह से कुछ ही दूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मई को जनसभा भी करने वाले हैं।ग्रेटर नोएडा और आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे को तड़के तीन बजे से ही आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था।इस वजह से एक्सप्रेस वे पर काफी देर तक जाम की स्थिति रही।इस तरह का टेस्ट भी पहली बार हुआ है।रक्षा विशेषज्ञ एयर मार्शल डेंजिल किलर का कहना है कि दुश्मन के हमले के समय रोड को भी रनवे बनाना पड़ सकता है।गुरुवार का प्रयोग इस लिहाज से भी किया गया हो सकता है।दूसरे देशों में ऐसे प्रयोग होते रहते हैं पर भारत में यह पहला मौका है जब रोड पर फाइटर प्लेन की सफल लैंडिंग कराई गई है।उन्होंने कहा कि आगे भी देश के अलग-अलग हिस्सों में उन हाईवे की तलाश करेंगे जहां लैंडिंग हो सके।एयरफोर्स आपात स्थिति में सड़कों पर लैंडिंग की क्षमता बढ़ाने की योजना के तहत ऐसे टेस्ट कर रहा है।