21 जून को योग दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली के साथ देश के कई हिस्सों में योग दिवस की तैयारी चल रही है।योग को इस्लाम विरोधी बताते हुए देश के कई मुस्लिम संगठनों द्वारा इसके बहिष्कार की अपील के बीच उत्तर प्रदेश के एक योग शिक्षक सभी धर्मों के लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं।आदर्श ग्राम योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गोद लिए गए जयापुर गांव में योग प्रशिक्षक आफताब आलम पिछले 15 जून से शिविर लगाकर लोगों को योग की शिक्षा दे रहे हैं।यह शिविर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस यानी 21 जून तक चलेगा।कैंप में हर दिन दो से तीन योग प्रशिक्षक लोगों को योग सिखा रहे हैं।आलम का कहना है कि मोदी के स्वच्छ और स्वस्थ भारत के निर्माण के सपने को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने इस शिविर का आयोजन किया है।उन्होंने कहा कि योग किसी खास धर्म तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वस्थ रहने का एक तरीका है।आलम ने कहा कि शिविर में प्रतिदिन ग्रामीणों की संख्या बढ़ रही है। इसे लेकर लोगों का उत्साह प्रशंसनीय है।उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोगों को एकसाथ आकर योग करना चाहिए।ये वाकई एक मिसाल है जहां एक तरफ मुस्लिम समुदायों के विरोध के बावजूद आलम जैसे लोग योग को बढ़ावा दे रहे हैं।