9 हजार करोड़ के बकाया कर्ज मामले में 17 बैंकों के कंसोर्टियम ने विजय माल्या के लोन सैटलमेंट प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।माल्या ने बैंकों के सामने 4 हजार करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा था।बैंकों ने इस प्रस्ताव पर नाराजगी जाहिर करते हुए ज्यादा बेहतर विकल्प की मांग की है।बैंकों ने साथ ही कहा कि माल्या समझौते वाली टेबल पर खुद आएं।
दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट ने माल्या के वकील से कहा है कि वो माल्या की पत्नी और बेटों की प्रॉपर्टी का ब्योरा कोर्ट में दें। कोर्ट ने कहा कि वो एक बड़ी रकम बैंकों को दें।कोर्ट ने साथ ही कहा कि जब भी माल्या भारत आएं, इस बारे में कोर्ट को सूचना दी जाए।मामले में अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी।
बता दें कि माल्या ने बैंकों को ऑफर दिया, कि वे 2000 करोड़ रुपए अभी और बाकी के 2000 करोड़ रुपए 31 सितंबर 2016 तक दे सकते हैं।स्टेट बैंक ने पिछले साल माल्या को विलफुल डिफॉल्टर करार दिया था।दो और बैंक भी ऐसा कर चुके हैं।