पंजाब में हुए आतंकी हमले की शुरूआती जांच से संकेत मिला है कि लश्कर ए तैयबा के तीनों संदिग्ध आतंकवादियों ने पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक बामियाल गांव के जरिए प्रवेश किया था।जांचकर्ता मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के पास से बरामद जीपीएस और कंपास से यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हमलावर कहां-कहां से गुजरे थे। जीपीएस को फॉरेंसिक परीक्षण के लिए भेज दिया गया है।जांच के तहत एक उच्चस्तरीय फॉरेंसिक टीम ने दीनानगर थाने के पास स्थित एक परित्यक्त इमारत का दौरा किया जहां आतंकी मुठभेड़ में मारे जाने से पहले छिपे हुए थे।पुलिस ने बताया कि देवेंद्र पाल सहगल और अश्विनी कुमार के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी।पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी ने कहा था कि आतंकवादियों के पास अत्याधुनिक हथियार थे।उन्होंने कहा था कि हमने उनसे चीन निर्मित ग्रेनेड बरामद किए हैं।वे सैन्य वर्दी पहने हुए थे।सैनी ने बताया कि आतंकवादियों से एके 47 राइफल और हथगोले बरामद हुए जिन्होंने एसएचओ और पुलिस अधीक्षक के साथ मुठभेड़ से पहले संतरी पर हमला किया था।उन्होंने हमले को योजनाबद्ध करार दिया था क्योंकि उनका तरीका एक विशिष्ट दिशा में केंद्रित था।