भारतीय सेना के म्यांमार ऑपरेशन पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने सेना के अभियान की सराहना की और कहा कि इस अभियान के बाद भारत के प्रति अब दुनिया का नजरिया बदल गया है।उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ सेना की यह कार्रवाई जरूरी थी और इस अभियान से सेना का मनोबल भी बढ़ा है।पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को लेकर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि जिन लोगों को भारत के नए रूख से डर है, उन्होंने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है।म्यामांर अभियान को बदली सोच का परिचायक करार देते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पाकिस्तान पर चुटकी ली और कहा कि जो लोग भारत के नये रूख से भयभीत हैं, उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करनी शुरू कर दी है।रक्षा मंत्री ने सैन्य कार्रवाई के संबंध में मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देने से मना कर दिया।आपको बता दें कि म्यांमार ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्री निसार अली खान ने कल कहा था कि पाकिस्तान म्यांमार की तरह नहीं है साथ ही उन्होंने भारत को चेतावनी दी थी कि उनका देश सीमापार से धमकी के आगे नहीं झुकेगा।खान का बयान सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर की उस टिप्पणी पर आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मणिपुर में 18 सैनिकों को मारने वाले विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार में सैन्य कार्रवाई अन्य देशों को संदेश है।राठौर की टिप्पणी की व्याख्या पाकिस्तान को चेतावनी के रूप में की गई।खान ने कहा कि भारत के सामने यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि पाकिस्तान म्यांमार जैसा देश नहीं है।उन्होंने कहा ‘ जिनकी पाकिस्तान के खिलाफ बुरी सोच है, उन्हें ध्यान से सुन लेना चाहिए कि हमारे सुरक्षा बल ऐसे किसी दुस्साहस का उसी तरह से जवाब देने में सक्षम हैं।आपको बता दें कि भारतीय सेना ने म्यांमार के अधिकारियों की जानकारी में सफल सीमापार कार्रवाई में कम से कम 38 उग्रवादियों को मार गिराया जिनके बारे में समझा जाता है कि वे चार जून को घात लगाकर किये गए हमले में शामिल थे।चार जून को किए गए इस हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे।