उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में एक आदिवासी महिला ने कुआं खोदकर 40 परिवारों के लिए पानी का इंतजाम किया है। दरअसल इस महिला को ऊंची जाति के लोग हैंडपंप से पानी नहीं लेने देते थे जिसके बाद महिला ने कुआं ही खोद डाला।
खबरों के मुताबिक कुआं खोदकर पानी निकालने वाली इस महिला का नाम कस्तूरी है। महिला का कहना है कि हम आदिवासी हैं और दुद्धी गांव में रहते थे। वहां के ऊंची जाति के लोग हमें हैंडपंप से पानी नहीं लेने देते थे। रोजना हमें पीने के एक मटका पानी के लिए लड़ाई लड़नी पड़ती थी।
पानी की तलाश में कस्तूरी ने कई जगहों पर खुदाई की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। जिसके बाद जनवरी के महीने में कस्तूरी ने अपने बेटे और बहुओं के साथ कुएं की खुदाई शुरू की। देखते ही देखते इस काम में करीब 40 परिवार जुट गए हालांकि 25 फीट तक कुआं खोदने के बाद भी कामयाबी नहीं मिली। एक हफ्ते बाद तक कुएं को और गहरा किया गया जिसके बाद पानी निकल गया और सबकी परेशानी खत्म हो गई।
उन्होंने आगे बताया कि मैंने जंगल के पास कुछ ही दिनों में एक झोपड़ी तैयार की। मेरे बच्चे भी जगह बदलने को तैयार नहीं थे। सब सोचते थे कि मैं संतुलन खो चुकी हूं लेकिन मैं खुश हूं कि पीने के पानी की समस्या अब खत्म हो गई है।