ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट (एआईएमटीसी) आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर रहे हैं। ट्रक संचालकों ने यह हड़ताल स्त्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) और टोल शुल्क को खत्म करने की मांग को लेकर की है। एआईएमटीसी के अनुसार टोल का भुगतान सालाना, त्रैमासिक व मासिक आधार पर एक बार ही जमा करा लिया जाए। देश में अवैध रूप से टोल की संख्या बढ़ती जा रही है जिस पर सरकार का लगाम नहीं है।
एआईएमटीसी के अनुसार अनिवार्य सेवाओं को इस हड़ताल से अलग रखा जाएगा। वहीं ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने इस हड़ताल से खुद को अलग रखने की घोषणा की है।
एक रिपोर्ट के अनुसार इस हड़ताल से प्रतिदिन ट्रक ट्रांसपोर्टरों को 1500 करोड़ रुपये और सरकार को 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि सरकार की ओर से बातचीत के जरिए हड़ताल न होने देने की कोशिश की गई थी।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एआईएमटीसी के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक में उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए दिसंबर तक देश भर में इलेक्ट्रॉनिक टोल सिस्टम का वादा किया है, लेकिन टोल सिस्टम को पूरी तरह ख़त्म करने की संभावना ख़ारिज कर दी।
नितिन गडकरी ने (एआईएमटीसी) से हड़ताल वापस लेने की अपील की और दिसंबर तक सभी 325 टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल सिस्टम का आश्वासन दिया।