पल पल उसका साथ निभाते हम। एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम। समुद्र के बीच में पहुंचकर फरेब किया उसने । वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम... ठीक इसी तरह है यह प्रेम कहानी। पटना लाइन निवासी दिलीप चंद्रवंशी का पुत्र राज कुमार का नोहटा गाँव की 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली 16 वर्षीया किशोरी से पिछले एक व दो व से प्रेम चल रहा था।एक दिन सुबह लड़की ने अपनी प्रेमी को घर में बुलाया था। उस समय उसे घर में देखी प्रेमिका की चाची ने अपने परिजनों को दी। जब वहां पर मौजूद परिजनों ने राजू के हाथ-पैर बांध दिये और रस्सी से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद राजू के शव को पास के ही पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया। दूसरे दिन गड्ढे से दुर्गंध आने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर शव को गड्ढे से निकाला और शव की पहचान राजू के रूप में हुई।
पुलिस ने बताया कि राज कुमार के परिजनों ने अपने पुत्र के अपहरण की आशंका व्यक्त करते हुए थाने में मामला दर्ज कराया था। इस मामले की जांच में पता चला कि उसका प्रेम प्रसंग ही मौत की कुहा बन गई। किशोरी को गिरफ्तार करने बाद उसने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी।
प्रेमिका की माता, पिता और उसकी चाची से गहन पूछताछ की़ मामले में लड़की के परिजनों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है।