देश के समुद्र तट पर सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए स्वदेश निर्मित आईएनएस कोच्चि (बंदरगाह शहर कोच्चि) देश में निर्मित सबसे बड़ा जंगी जहाज है।
2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद पश्चिम में समुद्री तटों की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता बन गई थी। चिंता की कोई बात नहीं अब यह युद्धपोत मुंबई में भारतीय नौसेना की ताकत बन गया।
लगभग एक दशक पहले कमीशन हुए दिल्ली श्रेणी के 3 युद्धपोतों के बाद अब कोलकाता श्रेणी का यह दूसरा स्वदेस निर्मित युद्धपोत साथ देने को रेडी है। इस पोत में लगा इजराइल निर्मित एम्फ-स्टार रडार सैकड़ों किलो मीटर दूर स्थित टारगेट को पकड़ सकता है। मिसाइल से लैस जहज दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के हाथों इस पोत का जलावतरण मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड में किया गया। 3 हजार कोरड़ की लागत एवं 7500 टन विस्थापन क्षमता का यह जहाज मुंबई के डॉकयार्ड पर बनाया गया है। यह जहाज 164 मीटर लंबा और 17 मीटर गहरा है। इसे 4 गैस टर्बाइन से संचलित किया जाता है। यह युद्धपोत भारत की दूसरी तथा विश्व के कुछ युद्धपोतों में से एक है जो सतह से हवा में मार करने के लिए मल्टी फंक्शन निगरानी यंत्रों और रडारों से लैस है। इसकी मारक क्षमता 300 किलो मीटर है। इस जहाज पर करीब 40 अधिकारी और 350 कर्मी रह सकते हैं।