आबादी आठाना तो आधार हुए रुपया

March 19, 2015 | 04:57 PM | 17 Views
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आधार कार्ड पर सुप्रिम कोर्ट में जजों की प्रतिकूल टिप्पणियां अक्सर ही सुनने को मिलती हैं। इस बीच दिल्ली से एक ऐसा आंकड़ा सामने आया है जिसने, आधार कार्ड की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजधानी दिल्ली में यूआईडीएआई (आधार कार्ड) ने जनंसख्या से अधिक लोगों के आधार कार्ड जारी कर दिए हैं। यह समाचार एक समाचार पत्रिका ने दी है। बैंक खातों से जुड़े 15 करोड़ आधार कार्ड्स. 2011 की जनगणना के मुताबिक दिल्ली की आबादी करीब 1.68 करोड़ थी पर यहां दो करोड़ लोगों के आधार कार्ड बनाए गए हैं। मतलब आबादी से 27.6 प्रतिशत ज्यादा लोगों के आधार कार्ड बना दिए गए। जानकार सूत्रों के अनुसार यह आंकड़े असामान्य नहीं हैं, क्योंकि दिल्ली में दूसरे राज्यों और आसपास के शहरों के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं, इसके अतिरिक्त 2011 की तुलना में दिल्ली की आबादी में भी इजाफा हुआ है।

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