मां तो जन्नत का फूल है। प्यार करना उसका उसूल है। दुनिया की मोहब्बत फिजुल है। मां की हर दुआ कबूल है। मां के कदमों की मिट्टी, जन्नत की धूल है।
लेकिन यह मां नहीं नहीं... गॉडमदर राधे मां तो अपने बच्चों को मोहपाश में बांधकर अपने ही आश्रम के एक रूम में ले जाती थी और उनसे गंदे काम करवाती थी।
दरअसल राधे मां चर्चा में तब आयी थी जब उनपर एक महिला ने दहेज उत्पीड़न और अश्लीलता फैलाने का आरोप लगाया था, उसके बाद लगातार राधे मां के खिलाफ बातें और सबूत मीडिया में फैलती जा रहे हैं।
अपने अश्लील कारनामों के लिए चर्चित राधे मां पर बॉम्बे हाईकोर्ट में सेक्शुअल हैरेसमेंट तथा सेक्स रैकेट चलवाने का भी आरोप लगे है। राधे मां पर आरोप लगाया गया है कि वो लड़के-लड़कियों को मोहपाश में बांधकर अपने आश्रम के एक पर्सनल रूम में ले जाती थी और जहां वो उनसे गंदे काम करवाती थी, यही नहीं राधे मां पर सेक्स रैकेट चलवाने का भी आरोप लगा है। बॉम्बे हाईकोर्ट के जज वीएम कानडे व जज शालिनी फनसालकर जोशी की बेंच ने महाराष्ट्र सरकार को एफिडेविट दायर करने का ऑर्डर दिया है। यह ऑर्डर लॉयर फाल्गुनी ब्रह्मभट्ट की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया।