हज़ारों आती हैं, हज़ारों जाती हैं। हज़ारों हँसाती हैं, हज़ारों रुलाती हैं। लेकिन मेरे दोस्त, साथ वहीं निभाती है... जो डोली में आती है और अपनी सांया बन जाती है। पति-पत्नी की रिश्ता समुंदर से भी गहरी होती है, इस प्यार को समझने और समझाने को जिंदगी बस नहीं होती।
बैतूल जिले की एक गाँव के पुजारी शंकरगिरी के बेटा संजय की दोनों किडनी फेल हो गई है। अपनी पति की जिंदगी बचाने के लिये उनकी पत्नी एक किडनी देने का फैसला कर ली है, लेकिन अब समस्या ऑपरेशन के लिए होने वाली खर्च का उनकी सामने पहाड़ बन गई है। फिर भी वह पत्नी ने आशा को खायम रखी और परिवार वालों से 1 लाख रुपये का ही इंतजाम कर सकी। जब गाँव वालों को इस बात का पता चली तो वहां के लोग दयालू होकर पैसों के लिये किसी की जान जाना अच्छी बात नहीं है। पूरा गाँव वालों ने मिलकर 4 दिनों में अभी 1 लाख रुपये का इंतजाम करे है। ऑपरेशन के लिये कम से कम अभी 3 लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल से मदद के लिये कहां गया तो, ग्रामीणों की पहल देखकर उन्होंने राज्य बीमारी सहायता से दो लाख रुपये मंजूर करवा दिए। मानव सेवा... माधव सेवा... इस बात को सत्यप्रमाण करे यहां के जनता। पत्नी ने पूरी गाँव वालों को अपनी पति के लिये सहायता करने पर धन्यवाद दी है।