मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो फिल्म शहरों के निर्माण की घोषणा की।मुख्यमंत्री के अनुसार ये फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश के पर्यटन और धरोहर को और भी ज्यादा निखार कर सामने लाएंगी।जहां पहली फिल्म सिटी उत्तरप्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित परियोजना लखनऊ-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के अंर्तगत होगी वहीं दूसरी उन्नाव के हाईटेक सिटी प्रोजेक्ट में बनाई जाएगी।इस प्रोजेक्ट से 600 करोड़ से भी ज्यादा के निवेश की संभावना है।भोजपुरी सिनेस्टार रविकिशन के स्वामित्व वाली कंपनियों पर्पल सी और महादेव प्रोडक्शन से अनुबंध के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ दिनों पहले जो लोग यूपी आने से कतराते थे, अब बड़ी संख्या में वही लोग यूपी का रुख करने लगे हैं।बाहर से आने वाले लोग पहले यूपी आकर हताश होते थे पर अब उनके साथी उन्हें यूपी में फिल्म बनाने को प्रेरित कर रहें हैं।उन्होंने आगे कहा कि ताजमहल और वाराणसी दोनों ही उत्तरप्रदेश में होने के बाद भी भारत सरकार की संपत्ति गिने जाते हैं और यूपी को इनका क्रेडिट कभी नहीं मिला।उन्होनें जोर देते हुए कहा कि बगैर यूपी के भारत का विकास कभी भी नहीं हो सकता क्योंकि देश के किसी भी राज्य की धरोहर, संस्कृति, परंपरा और त्योहार इतने समृध्द नहीं है जितनें कि उत्तर प्रदेश के।उत्तरप्रदेश की फिल्म नीति की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी फीचर फिल्मों को 25 फीसदी तक की सब्सिडी दी जाएगी और यूपी की धरती में शूट होने वाली सभी फिल्मों को 50फीसदी तक की छूट दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां अब तक 30 से भी ज्यादा फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।हमारे पास अच्छी लोकेशन्स और अवसरंचना है इसलिए हमारा उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग को प्रोत्साहित करना है।फिल्म बंधु वेबसाइट को लांच करते हुए मुख्यमंत्री ने जापान के प्रतिनिधिमंडल को धन्यवाद दिया कि उन्होंने पर्पल सी फिल्म को एनिमेशन तकनीकी में सहयोग दिया है।