भीषण गर्मी के बीच बेसब्री से मानसून का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बुरी खबर है।विज्ञान और तकनीकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि इस साल देश में 88 फीसदी बारिश होगी।यानी मानसून सामान्य से कम रहेगा।इससे पहले मौसम विभाग ने 93 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया था।देश में 90 फीसदी से कम बारिश को सूखे की आहट माना जाता है।यानी इस बार यह संकट मंडरा रहा है।मौसम विभाग ने मानसून के 30 मई तक केरल तट पहुंचने का अनुमान लगाया था जो कि अब तक नहीं पहुंचा है।प्रशांत महासागर में बने अलनिनो प्रभाव के चलते मानसून भटक गया है।दक्षिण-पश्चिमी मानसून के केरल तट पहुंचने की सामान्य तारीख एक जून है।जानकारों के मुताबिक इस साल कम बारिश होती है तो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर और उत्तर प्रदेश के एक बड़े हिस्से में सूखा पड़ सकता है।यह नरेंद्र मोदी सरकार के लिए बड़ी चिंता का कारण हो सकता है।इससे पहले 2014 में भी सामान्य से कम बारिश हुई थी।