यूपी के बाराबंकी के थाने में अवैध रूप से हिरासत में रखे गए पति को छोड़ने के लिए पुलिस से गुहार लगाने गई एक महिला को एसओ और दरोगा ने थाने में ही पेट्रोल डालकर जिंदा फूंक दिया। बुरी तरह झुलसी महिला नीतू द्विवेदी की लखनऊ ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान आज सुबह मौत हो गयी।मौत से पहले महिला ने डीएम के सामने मजिस्ट्रेट को बयान दिया कि एसओ और दरोगा ने उसकी बेइज्जती करते हुए पहले जेवर छीन लिए और फिर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।महिला ने कल मजिस्ट्रेट और मीडिया के सामने दर्ज कराये अपने बयान में कहा था कि पुलिस थाने में बंद अपने पति रामनारायण को छुड़ाने वह कोठी थाने गयी थी जहां थाना प्रभारी राय साहब सिंह यादव और उपनिरीक्षक अखिलेश राय ने उससे एक लाख रूपये की मांग की और देने से इंकार करने पर उसके साथ गाली गलौज की।महिला ने आरोप लगाया कि यादव और राय ने थाने के बाहर उसके शरीर पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी। पुलिस का कहना है कि थाने पर तैनात पुलिस अधिकारियों की कथित अभ्रदता और गाली गलौज से परेशान होकर महिला ने स्वयं आग लगाकर आत्मदाह की कोशिश की।घटना के करीब दो घंटे बाद एसपी ने एसओ और दरोगा को सस्पेंड कर दिया।आईजी जकी अहमद ने कहा कि पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।