इस बार चैत्र नवरात्रि कई शुभ संयोग लेकर आ रही है।नवरात्रि आठ दिन की होगी।साथ ही एक दशक बाद राम नवमीं पर भगवान राम के जन्म पत्रिका के मुताबिक ही संयोग निर्मित हो रहे हैं।ज्योतिषाचायों के मुताबिक ऐसा एक दशक बाद हो रहा है।
भगवान श्रीराम के जन्म के समय पुष्य नक्षत्र व कर्क राशि का संयोग था।वही संयोग इस वर्ष निर्मित हो रहा है।अष्टमी व नवमी की तिथि को गुरु-पुष्य नक्षत्र के संयोग से यह नवरात्रि हजार गुणा अधिक पुण्यकारी रहेगा।चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 8 अप्रैल को शुक्ल पक्ष प्रतिपदा अश्विनी नक्षत्र से होगी।
इस बार नवरात्रि की तिथि आठ दिनों की है।ज्योतिषाचार्य ने बताया कि चैत्र नवरात्रि से ही हिन्दू नववर्ष व विक्रम संवत् की शुरुआत भी होती है।पौराणिक मान्यता के अनुसार ब्रह्माजी ने चैत्र प्रतिपदा के दिन ही सृष्टि की रचना की थी। इसलिए यह सबसे महत्वपूर्ण पर्व होता है।इस बार पंचमी व षष्टी की तिथि एक ही दिन पडने से नवरात्रि की तिथि आठ दिन की होगी।
चैत्र नवरात्रि आठ दिन की होगी।
इसमें 8 अप्रैल प्रतिपदा, 9 अप्रैल द्वितीया, 10 अप्रैल तृतीया, 11 अप्रैल चतुर्थी, 12 अप्रैल को पंचमी व षष्टी सुबह छह बजे तक पंचमी की तिथि रहेगी। सुबह छह बजे के उपरांत षष्टी की तिथि होगी। 13 अप्रैल को सप्तमी, 14 अप्रैल को अष्टमी व 15 अप्रैल को नवमी की तिथि होगी।