पंजाब के मोगा में चलती बस में छेड़छाड़ का विरोध करने पर मां-बेटी को बस से फेंक दिया गया। हादसे में 14 साल की नाबालिग लड़की की मौत हो गई, जबकि महिला गंभीर रूप से घायल है। घायल महिला का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि यह बस पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की कंपनी की थी। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हादसे के बारे में बताया जा रहा है कि लंढेके गांव की रहने वाली 38 साल की छिंदर कौर अपनी बेटी और बेटे के साथ अपने मायके बठिंडा के कोठा गुरु गांव जा रही थी। इसी दौरान बस में सवार युवक छेड़छाड़ करने लगे। छिंदर कौर ने इस बारे में कंडक्टर से शिकायत की, लेकिन आरोप है कि कंडक्टर भी युवकों के साथ मिलकर छेड़छाड़ करने लगा।इतने में छिंदर कौर ने बस रोकने के लिए ड्राइवर से कहा, लेकिन ड्राइवर ने बस नहीं रोका । छेड़खानी का बार-बार विरोध करने पर बदमाशों ने मां-बेटी को चलती बस से फेंक दिया। हैरत की बात ये है कि बस में सवार लोगों में से किसी ने महिला की मदद नहीं की। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने बस को घेर लिया लेकिन ड्राइवर और कंडक्टर भाग निकले।