दक्षिण-पश्चिमी मानसून के 24 घंटे में केरल तट पहुंचने की संभावना है।इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।तिरुवनंतपुरम में भारी बारिश हुई।इसके साथ ही केरल के कई अन्य इलाकों में भारी बारिश हुई।भीषण गर्मी और सूखे की आशंका के बीच सभी की निगाहें मानसून के रुख पर टिकी हैं।केरल में अभी भी काले बादल छाये हुए हैं।दक्षिण पूर्व अरब सागर में हवा का बहाव भी मानसून के अनुकूल हो रहा है।दक्षिण पूर्व अरब सागर में गुरुवार को कम दबाव का क्षेत्र बन गया जिसके प्रभाव से राज्य में बारिश की गतिविधियां बढ़ गई हैं।मानसून के केरल पहुंचने की सामान्य तारीख एक जून है।हालांकि मौसम विभाग ने इस साल 30 मई की तारीख घोषित की थी लेकिन बाद में अलनिनो प्रभाव के असर के चलते इसके पांच जून तक केरल पहुंचने की भविष्यवाणी की गई थी।मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मानसून शुक्रवार किसी भी समय केरल पहुंच सकता है।केरल तट को छूने के साथ ही देश में मानसून का आधिकारिक प्रवेश हो जाएगा।मौसम विभाग के निदेशक के. संतोष ने कहा कि केरल में बारिश हो रही है लेकिन यह मानसून आने की घोषणा करने का समय नहीं है।दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर से बहने वाली हवाएं भी अनुकूल बनी हुई हैं।उन्होंने कहा, अगले 24 घंटों में केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगमन के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।