दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के पार्थिव शरीर को दिल्ली से रामेश्वरम ले जाया जा रहा है। डॉ. कलाम का अंतिम संस्कार गुरुवार को रामेश्वरम में उनके पैतृक गांव में होगा।पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें पीएम मोदी की मौजूदगी में आखिरी विदाई दी जाएगी।उनके पार्थिव शरीर को लेकर एक विशेष विमान पालम एयरपोर्ट से रामेश्वरम के लिए रवाना हो चुका है।जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही कई केंद्रीय मंत्री और कम से कम तीन मुख्यमंत्री गुरुवार को अंतिम संस्कार कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के साथ केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और राधाकृष्णन भी पार्थिव शरीर के साथ रामेश्वरम जा रहे हैं।राज्य सरकार ने डॉ. कलाम के नाम पर स्मारक बनाने का निर्णय किया है और इसके लिए जमीन का आवंटन भी कर दिया गया है।रामेश्वरम में बुधवार को पार्थिव शरीर के पहुंचने के बाद दोपहर को पहले उसे पूर्व राष्ट्रपति के पुश्तैनी घर हाउस ऑफ कलाम में और फिर बस अड्डे के सामने खुले मैदान में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।तमिलनाडु सरकार ने 30 जुलाई को छुट्टी की घोषणा की है। एपीजे अब्दुल कलाम के निधन के बाद रामेश्वरम में मातम पसरा है।अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।सोमवार को शिलॉन्ग में निधन के बाद मंगलवार को कलाम का पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया।पालम एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल तोड़कर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई बड़े नेताओं, अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।उसके बाद अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को डॉ. कलाम के आधिकारिक निवास 10-राजाजी मार्ग पर रखा गया।वहां अमित शाह, सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. कलाम के अचानक निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि भारत ने एक रत्न खो दिया है।लेकिन उसकी चमक से हमें मार्गदर्शन मिलता रहेगा।पीएम ने उन्हें देश के डिफेंस प्रोग्राम का हीरो बताते हुए कहा है कि परमाणु और अंतरिक्ष में उनके योगदान की बदौलत ही हिंदुस्तान ने दुनिया में अपनी जगह बनाई है।